जीवन बस एक खेल है
इस वीडियो के माध्यम से गुरु रणदीप जी ने बताया है कि अपूर्ण गुरु आमजन को सही दिशा निर्देश व ज्ञान के मार्ग पर आगे नहीं बढ़ा सकते । साधारण लोगों के ऊपर इन धर्म गुरुओं के द्वारा बहुत से प्रतिबंध लगा दिए जाते हैं । इन कथावाचकों के कारण मनुष्य का जीवन बहुत अधिक गंभीरता से भरा हुआ हो गया है । लोगों को भयभीत किया जा रहा है धर्म के नाम पर । जीवन की वास्तविकता से उन्हें बहुत ही दूर पहुंचा दिया गया है । आज का मानव बिल्कुल मशीन बन गया है । वह रिश्ते- नातों को भी नहीं समझ पा रहा और जीवन को सही मायनों में आनंद पूर्वक ढंग से नहीं जी पा रहा ।
मानव को अपने जीवन का एक-एक क्षण आनंद और होश के साथ जीने का प्रयास करना चाहिए । इस जीवन को खेल बनाकर खेलते हुए खेल -खेल में जीना चाहिए । जैसा भगवान श्री कृष्ण ने बचपन से लेकर युद्ध तक वैराग्य से लेकर भोग विलास तक प्रत्येक पल को आनंद के साथ जिया इसीलिए उनके कृत्यों को लीला कहा गया ।
साधारण मनुष्य को भी अपने जीवन को ऐसे ही लीलामय बनाना चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों को तथाकथित धर्म गुरुओं द्वारा आध्यात्मिक जीवन के नाम पर बंधनों व नियमों में बांध दिया जाता है जो कि गलत है । ऐसे जीव ने तो आध्यात्मिक हो पाते हैं और ना ही सांसारिक हो पाते हैं ।