गुरु हरगोबिंद सिंह | युद्ध व आध्यात्मिक कला से परिपूर्ण
इस वीडियो के माध्यम से गुरु रणदीप जी ने बताया है कि गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने छोटी सी उम्र में ही गुरु गद्दी को संभाल लिया था । इनके पिता जी गुरु अर्जुन देव जी की शहीदी के बाद इन्होंने आध्यात्मिक शिक्षा के साथ-साथ युद्ध कि व अस्त्र और शास्त्रों की शिक्षा भी ग्रहण की । बाबा बुड्ढा जी ने इन्हें दो तलवारें प्रदान की जो मीरी व पीरी का प्रतिक हैं । भौतिक संसार की शक्तियों के साथ- साथ आध्यात्मिक शक्तियों का प्रतीक हैं। इन्होंने तीन शादियां की व ये कभी भी युद्ध, अध्यात्म या गृहस्थ जीवन से नहीं भागे । इनका जीवन संघर्ष से भरा हुआ ही रहा । मुगल शासक से 52 हिंदू राजाओं को इन्होंने आजाद करवाया और बंदी छोड़ कहलाए। ये सिखों के छठे गुरु रहे और उन्होंने गुरु हर राय को सातवां गुरु नियुक्त किया ।