अपने बच्चों के करियर का चुनाव।
इस वीडियो के माध्यम से गुरु रणदीप जी ने बताया है कि हमारी शिक्षा प्रणाली में दसवीं क्लास के बाद बच्चों को अपने भविष्य में जो भी बनना है उसके हिसाब से वह विषय पसंद करता है जैसे - मेडिकल , नॉन- मेडिकल ,आर्ट्स या कॉमर्स इत्यादी । उसी हिसाब से आगे चलकर वह बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर, बैंक में या सरकारी अध्यापक , फौज , पुलिस या बिजनेसमैन बनता है। बहुत से माता-पिता को तो मालूम ही नहीं होता इसलिए वे दूसरों की मानकर अपने बच्चों के ऊपर कोई भी अपना सपना या देखा देखी के हिसाब से किसी भी विषय की पढ़ाई उनके ऊपर थोप देते हैं। अपने बच्चे का इंटरेस्ट नहीं देखते कि वो क्या करना चाहता है । सिर्फ इस एक गलत फैसले के कारण लाखों की संख्या में बच्चे पूरी उम्र भर भुगतान देते रहते हैं व जीवन से संतुष्ट नहीं होते । जब तक रूचि के अनुसार कार्य नहीं मिलेगा तब तक कार्य करने में मन एकाग्र नहीं हो सकता । बहुत से बच्चे तो आत्महत्या भी कर लेते हैं । माता पिता को उस उम्र के बच्चों को आदेश सुनाने की बजाय मित्रता पूर्वक व्यवहार करना चाहिए।